क्रांतिवीर कन्हाई लाल दत्त

– कन्हाई लाल दत्त –

आपका जन्म  कृष्णा अष्टमी के दिन सन1887 को अपने ननिहाल चंदननगर जिला हुगली पश्चिम बंगाल में हुआ था। आपका पैतृक निवास श्रीरामपुर बंगाल था।
   आप चंदननगर से स्नातक डिग्री लेने के बाद कलकत्ता आ गए व “युगान्तर “क्रांतिकारी दल में सक्रिय भूमिका में रहे।
आप अपने शिक्षक श्री चारु चन्द्र राय से प्रेरित होकर  क्रांतिपथ पर चले थे । जिन्हें अलीपुर के  सरकारी वकील आशुतोष की हत्या करने के अपराध में 19 मार्च 1909 को फांसी दी गई थी।
युगांतर के मुजफ्फरपुर एक्शन में खुदीराम बोस व प्रफुल्ल चाकी ने कसाई काजी के नाम से कुख्यात मुज्जफरपुर के जज किंग्स फोर्ट का वध करने हेतु उसकी गाड़ी को बम  से उड़ा दिया था।
इस एक्शन के बाद पुलिस ने युगान्तर के कलकत्ता स्तिथ सभी ठिकानों की तलाशीयां लेकर गिफ्तारियां की।
मानिकतला बगीचे में  आप को  भी 34 अन्य क्रांतिकारियों के साथ गिरफ्तार कर अलीपुर जेल में रखा हुआ था।
युगांतर का एक साथी नरेंद्रगोस्वामी सरकारी गवाह बन रहा था ।दल में इस बात का पता चल गया। सत्येंद्र व आपने ड्रामा करते हुए नरेंद्र से कहा कि आप भी सरकारी गवाह बनना चाहते हैं इस बहाने आपको नरेंद्र से मिलना आसान हो गया।

आपका उद्देश्य  गवाही देने से पूर्व नरेंद्र का वध करना था । आपने जेल में दो रिवॉल्वर एक अपने व एक सत्येंद्र के लिए, मंगवाए व मौका मिलते ही दिनाँक 1 सितम्बर 1908 को आपने व सत्येंद्र  ने जेल के हॉस्पिटल में नरेंद्र का वध कर दिया।
आपको दिनाँक 10  नवम्बर 1908 को फांसी दी गयी।

शहीद कन्हाई लाल दत्त

शत शत नमन शहीदों को