सोहनलाल पाठक

सोहनलाल पाठक | Sohan Lal Pathak

गदर पार्टी द्वारा अंग्रेजों के विरुद्ध घोषित विप्लव में आप 1 अगस्त 1914 को मेमियों तोपखाने गदर का प्रचार कर रहे थे।

आपके पास तीन पिस्तौल व 270 कारतूस भी थे परंतु आपने गिरफ्तारी पर विरोध नहीं किया ।

आपको गिरफ्तार कर मुकदमा चलाया गया व फांसी की सजा दी गई।

आप को माफी मांगने पर छोड़ने हेतु कई बार आग्रह किये गए लेकिन आपने माफी नहीं मांगी तो आप को फांसी की सजा हुई।

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